14 साल की नाबालिग पीड़िता को मिलेगा 10.5 लाख मुआवजा, DCW की सिफारिश पर अदालत का आदेश
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| 🧑⚖️ क्या है मामला? | रोहिणी कोर्ट ने एक पिता को अपनी नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के मामले में दोषी करार देते हुए 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। यह मामला पिता-बेटी के रिश्ते को कलंकित करने वाला है। |
| 💰 जुर्माना और मुआवजा | अदालत ने दोषी पिता पर ₹10,000 का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना न भरने पर उसे 15 दिन की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। पीड़िता को ₹10.5 लाख का मुआवजा देने का आदेश दिया गया है। |
| 👧 पीड़िता की स्थिति | पीड़िता घटना के समय लगभग 14 साल की थी। अदालत ने माना कि यह मामला बेहद संवेदनशील और मानसिक रूप से पीड़िता को गहरा आघात पहुंचाने वाला है। |
| 🏛️ अदालत की टिप्पणी | अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अजय नागर ने कहा कि समाज में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ रही हैं, और ऐसे मामलों में कड़ी सजा जरूरी है ताकि समाज में संदेश जाए। |
| 📑 किस आधार पर मिला मुआवजा? | दिल्ली महिला आयोग की सिफारिश पर अदालत ने पीड़िता को दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से ₹10.5 लाख मुआवजा देने का आदेश दिया। |
🗣️ Public Opinion:
“ऐसे अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।” — रश्मि चौधरी, नोएडा
“कोर्ट का फैसला मिसाल बनना चाहिए ताकि समाज में ऐसे अपराध करने वालों को डर लगे।” — यशवंत शर्मा, दिल्ली
⚠️ Disclaimer:
यह समाचार न्यायिक आदेशों और कोर्ट रिकॉर्ड्स पर आधारित है। इस वेबसाइट का उद्देश्य किसी की छवि को धूमिल करना नहीं है।



