भारतीय जासूस ने निभाई ऐसी भूमिका जिसे असली ज़िंदगी का ‘हीरो’ कहा जाए – कराची यूनिवर्सिटी से लेकर पाकिस्तानी सेना तक!
| Heading | Content |
|---|---|
| जासूस का कोडनेम | ब्लैक टाइगर |
| असली पहचान | भारत का थिएटर कलाकार, नाम गोपनीय (गोपनीयता के कारण साझा नहीं किया गया) |
| जासूसी की शुरुआत | 1975 में पाकिस्तान भेजा गया |
| शिक्षा | कराची यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई |
| सेना में भर्ती | पाकिस्तानी सेना के सैन्य लेखा विभाग में भर्ती |
| रैंक | मेजर |
| मकसद | पाकिस्तानी सेना की आंतरिक गतिविधियों की जानकारी भारत तक पहुँचाना |
| विशेष तथ्य | भारतीय इतिहास के सबसे साहसी जासूसों में गिने जाते हैं |
| भारत सरकार की मान्यता | ‘ब्लैक टाइगर’ की उपाधि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा दी गई |
🧠 Public Opinion
“देश के लिए जान जोखिम में डालने वाले ये सच्चे हीरो हैं, जो पर्दे पर नहीं बल्कि ज़मीनी हकीकत में देश की रक्षा करते हैं।”
“कहानी किसी फिल्म से कम नहीं — पर ये हकीकत है, और इससे हमें अपने खुफिया तंत्र की ताकत का अहसास होता है।”
⚠️ Disclaimer
यह खबर ऐतिहासिक दस्तावेजों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। जासूस की असली पहचान गोपनीय रखी गई है, ताकि उनकी सेवा और बलिदान को सुरक्षित रखा जा सके।


