2024 में हारे 42 विधानसभा क्षेत्रों को फिर से जीतने की तैयारी में भाजपा, हर विधायक को सौंपा गया नया क्षेत्र
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| खबर की तारीख और स्रोत | 30 जुलाई 2025, स्रोत: The Indian Express |
| खबर का मुख्य विषय | भाजपा द्वारा 2024 में हारे गए विधानसभा क्षेत्रों के लिए मौजूदा विधायकों को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपना |
| कितनी सीटें भाजपा ने हारी थीं | 42 विधानसभा सीटें (कुल 90 में से भाजपा ने 48 जीतीं थीं) |
| निर्णय किस बैठक में होगा | भाजपा विधायक दल की मंगलवार को होने वाली बैठक में अतिरिक्त सीटों का आवंटन |
| रणनीति का उद्देश्य | ग्राउंड लेवल पर पार्टी कार्यकर्ताओं से समन्वय, स्थानीय मुद्दों का समाधान, और अगली बार सीट जीतने की योजना |
| विधायकों को किस तरह की भूमिका दी जाएगी | प्रत्येक विधायक को उनके जिले से बाहर की हारी हुई सीट पर जिम्मेदारी दी जाएगी, जिसमें मंत्री भी शामिल होंगे |
| हारे हुए उम्मीदवारों का पक्ष | कुछ हारे हुए नेता चाहते हैं कि उन्हें भी यह ज़िम्मेदारी मिले क्योंकि वे पार्टी कैडर से ज़्यादा जुड़े हुए हैं और जनता में सहानुभूति फैक्टर काम कर सकता है |
| कांग्रेस का विरोध | हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि भाजपा का यह फॉर्मूला पहले भी 2014 में आज़माया गया था, लेकिन कोई विशेष परिणाम नहीं मिले। |
| पिछले चुनावों का ट्रैक रिकॉर्ड | 2024: भाजपा 48 सीट (39.9%), कांग्रेस 37 सीट (39.1%)2019: भाजपा 40 सीट (36.49%), कांग्रेस 31 सीट (28.08%)2014: भाजपा 47 सीट (33.2%) |
🧠 Public Opinion
“हरियाणा की राजनीति में भाजपा की ये नई रणनीति दिलचस्प है। अगर विधायक सही मायनों में दूसरी सीट पर काम करें, तो प्रभाव पड़ सकता है, पर ये देखना बाकी है कि क्या जमीनी हकीकत में ये योजना काम करेगी।”
जनता और विश्लेषकों में इस रणनीति को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया है — कुछ इसे विस्तार की रणनीति मानते हैं, तो कुछ इसे पुराने प्रयोग की पुनरावृत्ति।
⚠️ Disclaimer
यह रिपोर्ट सार्वजनिक मीडिया स्रोतों और राजनीतिक दलों के बयानों पर आधारित है। इसमें किसी भी पार्टी या व्यक्ति के प्रति पूर्वग्रह नहीं है। उद्देश्य केवल सूचनात्मक है।



